लेंसों द्वारा बने प्रतिबिम्ब
(Images By Lenses)
परिभाषाएं
- फोकल बिंदु (F): यह वह बिंदु है जिस पर समानांतर किरणों की किरण एकत्रित होती है या विसरित होती दिखाई देती है। इसे लेंस का मुख्य फोकस भी कहा जाता है।
- फोकल लंबाई लेंस के केंद्र से फोकस बिंदु तक की दूरी है।
- वक्रता केंद्र (C): यह उस गोले का केंद्र है जहां से लेंस काटा गया था। उत्तल लेंस के लिए वक्रता केंद्र वस्तु के विपरीत दिशा में स्थित होता है, जबकि अवतल लेंस के लिए, यह वस्तु के समान दिशा में स्थित होता है।
उत्तल लेंस द्वारा बने प्रतिबिम्ब
बिम्ब की स्थिति | प्रतिबिम्ब की स्थिति | प्रतिबिम्ब की प्रकृति |
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अनंत पर | फोकस पर | वास्तविक, छोटा और उलटा |
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2F पर | 2F पर | वास्तविक, छोटा और उलटा |
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2F और F के बीच | 2F के परे | वास्तविक, बड़ा और उलटा |
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F पर | कोई प्रतिबिम्ब नही | अपवर्तित किरणें समानांतर होती हैं |
F और लेंस के बीच | लेंस के उसी ओर जिस ओर बिम्ब है | आभासी, बड़ा और सीधा |
उत्तल लेंस के उपयोग
- आवर्धक काँच में प्रयुक्त
- दीर्घ-दृष्टि के विकार को सही करने मे उपयोगी
अवत्तल लेंस द्वारा बने प्रतिबिम्ब
बिम्ब की स्थिति | प्रतिबिम्ब की स्थिति | प्रतिबिम्ब की प्रकृति |
---|---|---|
अनंत पर | फोकस पर | आभासी, छोटा और सीधा |
अनंत और F के बीच | बिम्ब और लेंस के बीच | आभासी, छोटा और सीधा |
अवतल लेंस के उपयोग
- आगुंतकों को देखने के लिए दरवाज़ों पर लगे जासूसी छेदों में उपयोगी
- निकट-दृष्टि के विकार को सही करने मे उपयोगी
वास्तविक प्रतिबिम्ब
- प्रतिबिम्ब जिसे पर्दे पर प्राप्त किया जा सकता है वास्तविक प्रतिबिम्ब कहलाता है
- वास्तविक प्रतिबिम्ब हमेशा दर्पण के आगे और लेंस के पीछे बनता हैं ।
- वास्तविक प्रतिबिम्ब हमेशा उलटा होता है ।
- अवतल लेंस, उत्तल दर्पण और समतल दर्पण हमेशा आभासी प्रतिबिम्ब बनाते है और वास्तविक प्रतिबिम्ब कभी नही बनाते ।
आभासी प्रतिबिम्ब
- प्रतिबिम्ब जिसे पर्दे पर प्राप्त नही किया जा सकता आभासी प्रतिबिम्ब कहलाता है
- आभासी प्रतिबिम्ब हमेशा दर्पण के पीछे और लेंस के आगे बनता है ।
- आभासी प्रतिबिम्ब हमेशा सीधा होता है ।